पूर्ण गुरु का सत्संग
जब एक सच्चे गुरू के सत्संग के विचार सुनने को मिलते है तो मनुष्य को अपने जीवन के मूल उद्देश्य का पता चलता है। और अपने अंहकार को त्याग कर सतभक्ति की ओर लग जाता है।
सच्चे सदगुरु के सत्संग से पता चलता है,कि परमात्मा अहंकार से कोसो दुर है। और इस मनुष्य शरीर का सदुप्योग कैसे करना चाहिये, ये भी हमे सत्संग के माध्यम से ही पता चलता है।
सत्संग का मतलब सत्य का सँग अर्थात जो सन्त सत्संग कर रहा हो उसके मुख से बोली गई बात्तो का हमारे सत ग्रंथो में उचित प्रमाण हो। और वर्तमान में सत सत्संग सिर्फ और सिर्फ संत रामपाल जी महाराज ही करते हैं, यह परम सत्य है।
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